
न्यूज़ स्टॉपेज डेस्क
रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) परिसर में शुक्रवार को एक व्यापक अग्निशमन मॉक ड्रिल एवं प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में कर्मचारियों को आग बुझाने की प्रक्रिया और सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना था।अग्निशमन विभाग की ओर से अग्निशमन पदाधिकारी रवीन्द्र ठाकुर एवं उनकी टीम के तीन अन्य कर्मियों ने प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व किया। उन्होंने विभिन्न प्रकार की आग, उनसे निपटने के लिए उपयुक्त अग्निशमन यंत्रों का चयन और उनके प्रयोग के तरीकों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान यंत्रों का लाइव डेमो दिया गया, जिसमें कर्मचारियों को आग बुझाने की तकनीकी विधियाँ दिखाई गईं।

जान माल की सुरक्षा के लिए बताया क्या है जरूरी
इस मॉक ड्रिल के दौरान यह भी सिखाया गया कि किसी आकस्मिक आग लगने की स्थिति में सभी को तुरंत निर्धारित असेंबली प्वाइंट पर एकत्रित होना चाहिए। यह कदम जान-माल की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस कार्यक्रम में रिम्स के अपर चिकित्सा अधीक्षक, विभिन्न चिकित्सा पदाधिकारी, डॉक्टर्स, मातृका, प्रभारी परिचारिका, परिचारिकाएं, पारामेडिकल स्टाफ, सुरक्षा विभाग के अधिकारी एवं जवान (पुलिस, सैप और गृह रक्षक), कक्ष सेवक, सफाई कर्मी तथा आउटसोर्स कर्मचारी शामिल रहे। कुल मिलाकर लगभग 200 से अधिक लोगों ने इस मॉक ड्रिल में भाग लिया।

मॉक ड्रिल नियमित रूप से होते रहने चाहिए
सभी उपस्थित कर्मियों ने प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी बताया और यह भी कहा कि इस तरह के मॉक ड्रिल नियमित रूप से होते रहने चाहिए जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी पहले से हो सके। रिम्स प्रबंधन ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अग्निशमन विभाग के प्रति आभार प्रकट किया और भविष्य में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन की बात कही।
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