न्यूज स्टॉपेज डेस्क
वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ मुस्लिम संगठनों और सामाजिक संस्थाओं ने एकजुट होकर विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया है। इस सिलसिले में 4 मई को रांची के डोरंडा स्थित रिसालदार शाह बाबा उर्स मैदान में दोपहर 2 बजे से एक विशाल विरोध सभा का आयोजन किया गया है। इस आयोजन की जानकारी मुस्लिम युवा मंच के अध्यक्ष शाहिद अयूबी ने दी। उन्होंने बताया कि सभा स्थल पर तख्ती, पोस्टर, बैनर और झंडों की व्यवस्था आयोजकों द्वारा पहले ही कर दी गई है ताकि प्रतिभागियों को अपनी बात रखने में कोई कठिनाई न हो। जो लोग भी सभा स्थल पर आएं तो रास्ते में न तो किसी प्रकार की नारेबाजी करें और न ही कोई तख्ती आदि लेकर चलें। पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से सभा स्थल तक आएं।
विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी होंगे शामिल
कार्यक्रम में झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के पदाधिकारी, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, वक्फ मामलों के जानकार और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल होंगे। आयोजकों की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि यह विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा और सभी लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे संयम बनाए रखें और व्यवस्था में सहयोग करें। गौरतलब है कि वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय में गहरी नाराजगी है। उनका कहना है कि इस कानून के जरिए वक्फ संपत्तियों के अधिकारों में कटौती की जा रही है, जो संविधान प्रदत्त अधिकारों का उल्लंघन है। इस विरोध सभा के माध्यम से समुदाय की आवाज सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि इस अधिनियम पर पुनर्विचार किया जा सके।
कई सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं ले रही हैं हिस्सा
विरोध सभा का नेतृत्व मुस्लिम युवा मंच द्वारा किया जा रहा है। इसमें झारखंड की कई प्रमुख सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं हिस्सा ले रही हैं। इमारत ए शरिया झारखंड, इदार ए शरिया झारखंड, आमया संगठन, रिसालदार शाह बाबा दरगाह कमेटी, झारखंड तंजीम, मिल्लत पंचायत हिंदपीढ़ी, एकरा इंडियन रांची, जमीयतुल मोमेनीन चौरासी झारखंड, सेंट्रल मुहर्रम कमेटी रांची, मजलिस ए उलमा झारखंड, जमात ए इस्लामी हिंद, अंजुमन ए जाफरिया, सेंट्रल अंजुमन कमिटी कोकदोरों कांके, डोरंडा महापंचायत, और मोमिन इस्लाहिया पंचायत कडरू जैसे कई संगठनों ने इस कार्यक्रम को समर्थन दिया है।
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