न्यूज स्टॉपेज डेस्क
रजब उल-मुरज्जब 1446 महीने का चांद बुधवार को नजर आया। आम तौर पर चांद नजर आने की तस्दीक काजियाने शरीयत दारुल कजा (एदार ए शरीया झारखंड) ने कर दी है। यह जानकारी देते हुए एदारा के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिज़वी ने कहा है कि काज़ियाने शरीयत द्वारा यह घोषणा की गई है कि 2 जनवरी (गुरुवार) रजब महीने की पहली तारीख है। 7 जनवरी मंगलवार को उर्दू कैलेंडर का 6 तारीख है। यानी इस दिन ख्वाजा सैयदना मोइनुद्दीन चिश्ती (ख्वाजा ग़रीब नवाज़) अजमेर का उर्से पाक है। वहीं, 26 रजब यानि 27 जनवरी (सोमवार) का दिन गुजार कर आने वाली रात शब ए मेराज है। मौलाना कुतुबुद्दीन रिज़वी ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज (रहमतुल्लाह अलैह) के सभी चाहने वाले 7 जनवरी को पवित्र उर्स पर धूमधाम, सम्मान और अकीदत व एहतेराम के साथ हर गांव-शहर में उर्स आयोजित करें और लंगरे ख्वाजा का आयोजन करें।