CM स्पष्ट करें, जमीन दलालों का उनकी पार्टी, सरकार के बीच का रिश्ता क्या कहलाता है- प्रतुल शाहदेव

झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और अंतु तिर्की के बीच व्हाट्सएप चैट पर भाजपा ने किया बड़ा हमला

न्यूज स्टॉपेज डेस्क
झारखंड मुक्ति मोर्चा का हाथ जमीन दलालों के साथ है। पीएमएलए कोर्ट में दाखिल दस्तावेजों ने स्पष्ट कर दिया है कि झामुमो नेता अंतू तिर्की, सद्दाम हुसैन, अफसर अली समेत तमाम लोगों ने यह स्वीकार लिया है कि हेमंत सोरेन की 8.86 एकड़ जमीन के फर्जी कागजात को उन्हीं लोगों ने तैयार किया था। ये बातें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मारू टावर स्थित मीडिया सेंटर में कही। झारखंड मुक्ति मोर्चा पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि इन अभियुक्तों ने यह भी स्वीकार किया है कि वे ट्रांसफर पोस्टिंग और जमीन के फर्जीवाड़ा का बहुत बड़ा रैकेट चलाते हैं। प्रतुल ने कहा जमीन लुट घोटाला अरबों रुपए का हो सकता है।झारखंड की ऐसी स्थिति हो गई है कि देखकर लगता है हर शाख पर भ्रष्टाचार बैठा है,अंजामें झारखंड क्या होगा?

व्हाट्सएप चैट से बहुत चौंकाने वाले तथ्य आए सामने
प्रतुल ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रिया भट्टाचार्य और अंतू तिर्की के बीच का व्हाट्सएप चैट से बहुत चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस चैट से स्पष्ट है कि अंतू तिर्की जो जमीन की गोरख धंधे में लिप्त था। वह सुप्रियो भट्टाचार्य से डीसीएलआर, खूंटी के पद पर कार्यरत प्रवीण मुंडा की पोस्टिंग रांची में जिला लैंड एक्विजिशन अफसर के रूप में करने की पैरवी कर रहा था। दलालों को यह भी पता था की फाइल सीएम हाउस तक पहुंच गई। प्रतुल ने कहा कि सीएम हाउस के भीतर की बातें कैसे लीक हो गई और सुप्रियो भट्टाचार्य ने अंतू तिर्की के द्वारा इस बात को बताने पर एफआईआर क्यों नहीं किया? क्या यह ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट एवम गोपनीयता का उल्लंघन नहीं है? प्रतुल ने कहा कि दस्तावेजों से स्पष्ट है कि कमीशन लेकर अंतू तिर्की अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग कराता था।

सुप्रियो ने गलतबयानी कर किया हेमंत का बचाव
प्रतुल ने कहा कि सुप्रिया भट्टाचार्य ने गलत बयानी करके हेमंत सोरेन का कई बार बचाव किया। नवीनतम बचाव था जब हेमंत सोरेन के दिल्ली वाले घर से 36 लाख रुपए बरामद गए थे। उस समय सुप्रिया भट्टाचार्य ने कहा था कि यह पैसा ईडी ने प्लांट किया है। बाद में हेमंत ने उच्च न्यायालय में अपनी याचिका में स्पष्ट किया किया पैसा उन्हें पार्टी फंड से माता-पिता के इलाज के लिए मिला था।

आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है?
प्रतुल ने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से जानना चाहा की उनकी सरकार, पार्टी और जमीन दलाल एवम ट्रांसफर पोस्टिंग के रैकेट में लगे लोगों के बीच का रिश्ता क्या कहलाता है? प्रेस वार्ता में सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाइक एवं तारिक इमरान भी उपस्थित थे।

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