
न्यूज स्टॉपेज डेस्क
देश के सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शोक प्रकट किया। रतन टाटा के असामयिक निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक दिन का राजकीय शोक की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने दु:ख एवं संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि रतन टाटा देश के अनमोल रत्न थे।

समाजसेवा के क्षेत्र में भी अमिट छाप छोड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग जगत के साथ समाजसेवा एवं परोपकार के क्षेत्र में देश और दुनिया में रतन टाटा ने अपनी अमिट छाप छोड़ी है। जिसे कभी भुलाया नही जा सकता है। वे एक सच्चे राष्ट्रवादी थे। उनका जीवन उपलब्धियों से भरा रहा है। रतन टाटा एक-एक देशवासियों के दिलों में राज करते थे। इनका निधन राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है।
राज्यपाल ने भी गहरा शोक व्यक्त किया
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने भी रतन टाटा जी के निधन पर अत्यंत दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा है कि उनके निधन की सूचना से मन अत्यंत व्यथित है। रतन टाटा जी ने उद्योग, शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्रों में अपने दूरदर्शी और निस्वार्थ योगदान से देश को नई ऊंचाइयां प्रदान की। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व के कारण भारत ने न केवल व्यापारिक व उद्योग जगत में, बल्कि सामाजिक सेवा के क्षेत्र में भी विश्वस्तरीय पहचान बनाई। उनकी विनम्रता और परोपकार की भावना सदियों तक प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। उनका निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका व्यक्तित्व और उनका निस्वार्थ समाज सेवा का दृष्टिकोण सदैव अविस्मरणीय रहेगा। उनके निधन से देश ने एक महान व्यक्तित्व और अनमोल रत्न खो दिया है।
