
न्यूज स्टॉपेज डेस्क
आज़ाद बस्ती के भोला गली और फूल बागान स्थित मस्जिद ए ज़ैबुननिशा में एक अनोखी पहल करते हुए स्टडी सेंटर की स्थापना की गई है। इस स्टडी सेंटर का क्यूट होटल की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। मस्जिद कमेटी के सदर मो. कमर सिद्दीकी ने बताया कि मुस्लिम बहुल इलाकों में शिक्षा एक गंभीर चुनौती है, खासकर गरीब परिवारों के बच्चों के लिए जो निजी ट्यूशन की महंगी फीस नहीं उठा सकते। मस्जिद ए ज़ैबुननिशा में इस नए प्रयोग का उद्देश्य छात्रों को बेहतर और शांत माहौल में अध्ययन की सुविधा देना है। आमतौर पर मस्जिद की ऊपरी मंजिलें साल में केवल जुमा और ईद की नमाज़ के लिए उपयोग की जाती हैं, जबकि शेष समय वे खाली पड़ी रहती हैं। अब इन स्थानों का सदुपयोग शिक्षा के लिए किया जा रहा है। यह पहल शिक्षा और सामुदायिक विकास की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
स्टडी के लिए तमाम तरह की सुविधा होगी उपलब्ध
स्टडी सेंटर के लिए विशेष फोल्डेबल टेबल्स तैयार कराया जा रहा है, जिन्हें उपयोग के बाद आसानी से समेटा जा सकता है। इससे नमाज़ के समय कोई व्यवधान नहीं होगा। सदर कमर सिद्दीकी ने बताया कि यहां स्टडी करने वाले बच्चों को बेंच डी लाइट पानी सहित सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि 25 में से विधिवत तरीके से इस स्टडी सेंटर की शुरुआत कर दी जाएगी। उन्होंने अन्य मस्जिदों की कमेटियों से भी आग्रह किया है कि वह भी गरीब बच्चों के लिए मस्जिद में स्टडी सेंटर की शुरुआत करें।

प्रतियोगिता की तैयारी करने वालों के लिए बेहतर अवसर
आमतौर पर यह माना जाता है कि मुस्लिम बहुल इलाकों में जगह की किल्लत के कारण और शोर शराब से स्टूडेंट पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पाते। खासकर जो पहले से बसी हुई पुरानी बस्तियां हैं वह बेतरतीब ढंग से बसी है। छोटे-छोटे घर है। पढ़ाई के लिए शांत माहौल नहीं मिल पाता। सदर कमर सिद्दीकी का कहना है कि ऐसे इलाके में मस्जिद से शांत जगह और कोई नहीं हो सकता। यहां बच्चे कंपटीशन की तैयारी भी शांत माहौल में कर सकते हैं। रविवार को स्टडी सेंटर के तैयारी की समीक्षा की गई। इस दौरान मस्जिद के सचिव मुजीबूल हक़, मकसूद आलम, मो. नौशाद, मो. मुर्तज़ा, सबीर रेहान, इमाम सादिक तहसीन और मुअज्जिन मोहम्मद तहसीन सहित कई लोग उपस्थित रहे।
