मौलाना आजाद कॉलेज में बड़ा उलटफेर! शासी निकाय घोषित हुआ अवैध, अब क्या होगा?

न्यूज स्टॉपेज डेस्क
मौलाना आजाद कॉलेज, रांची के संचालन के लिए हायर मुस्लिम एजुकेशनल सोसाइटी (HMES) का गठन अंजुमन इस्लामिया रांची करेगी। रांची विश्वविद्यालय (आरयू) ने इस संबंध में अंजुमन को अधिकृत करते हुए कॉलेज के शासी निकाय के सचिव और गार्जियन प्रतिनिधि की भी पुनर्नियुक्ति का निर्देश दिया है।

विश्वविद्यालय की कार्रवाई, नियुक्ति पर रोक
रांची विश्वविद्यालय द्वारा अंजुमन इस्लामिया और मौलाना आजाद कॉलेज के अध्यक्ष को एक आधिकारिक पत्र भेजा गया है। इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मौजूदा शासी निकाय के सचिव और गार्जियन प्रतिनिधि की नियुक्ति अवैध रूप से की गई है। अतः अंजुमन इस्लामिया नई नियुक्ति कर विश्वविद्यालय को अवगत कराए।

अंजुमन के कार्यकारिणी की बुलाई जाएगी बैठक
अंजुमन के उपाध्यक्ष मो. नौशाद और महासचिव डॉ. तारिक हुसैन ने बताया कि आरयू के निर्देशानुसार जल्द ही अंजुमन की कार्यकारिणी की बैठक बुलाई जाएगी। बैठक में एचएमईएस के गठन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू की जाएगी।

मौजूदा शासी निकाय के अधिकार सीमित
आरयू के पत्र में यह भी निर्देश दिया गया है कि जब तक एचएमईएस का गठन नहीं होता और विश्वविद्यालय को इसकी औपचारिक सूचना नहीं दी जाती, तब तक मौजूदा शासी निकाय केवल रूटीन कार्यों तक सीमित रहेगा। कोई भी नई नियुक्ति, निर्माण कार्य, या नीतिगत निर्णय नहीं लिया जा सकेगा।

जांच समिति का हुआ था गठन
फरवरी 2025 में अंजुमन इस्लामिया ने विश्वविद्यालय के निर्देश पर एक छह सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था। समिति में शामिल थे: शाहीन अहमद (कॉलेज संयोजक), शाहीद अख्तर, अयूब राजा खा, मो. नकीब, नूर आलम, जावेद अख्तर।

आगे की कार्यवाही
अंजुमन इस्लामिया जल्द ही एचएमईएस (Higher Muslim Educational Society) का गठन करेगी। सचिव और गार्जियन प्रतिनिधि की विधिवत नियुक्ति करेगी और इसकी सूचना रांची विश्वविद्यालय को देगी।

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