
न्यूज स्टॉपेज डेस्क

झारखंड के नक्सल प्रभावित पलामू जिले में शुक्रवार को पुलिस और टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमिटी) उग्रवादियों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ तरहसी थाना क्षेत्र के सिंजो महुअरी के घने जंगलों में सुबह करीब 10:30 बजे शुरू हुई और एक घंटे तक चली। दोनों ओर से लगभग 100 राउंड गोलियां चलीं।

सूत्रों के अनुसार, 10 लाख रुपये का इनामी नक्सली जोनल कमांडर शशिकांत अपने साथियों – नगीना, गौतम, मुखदेव आदि के साथ किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहा था। पलामू की पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन को गुप्त सूचना मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई की गई।
अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) राकेश कुमार के नेतृत्व में मनातू, तरहसी और पांकी थानों की टीमों को मिलाकर एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया गया। जैसे ही पुलिस की टीम सिंजो महुअरी के जंगलों में पहुंची, नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने पहले उग्रवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए ललकारा, लेकिन जवाब में उग्रवादियों ने और भी तेज गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी मजबूर होकर जवाबी फायरिंग की। एक घंटे तक चली इस मुठभेड़ में नक्सली पुलिस के दबाव में घने जंगल और पहाड़ का फायदा उठाकर भाग निकले।
पुलिस ने मुठभेड़ स्थल की सघन तलाशी ली, जिसमें नक्सलियों के कई सामान बरामद हुए – जिनमें दैनिक उपयोग की वस्तुएं, प्राथमिक उपचार से जुड़ी सामग्री, दो प्लास्टिक चटाई, दो कंबल, पानी की जरकिन और गोलियों के खोखे शामिल हैं।
मुठभेड़ का स्थान पलामू जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा।
झारखंड पुलिस डीजीपी के निर्देश पर राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार अभियान चला रही है। इस मुठभेड़ को उसी श्रृंखला का हिस्सा माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इस मुठभेड़ से टीएसपीसी की साजिश को नाकाम कर दिया गया है और आगे भी ऐसे अभियानों की रफ्तार तेज रहेगी।
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