
न्यूज स्टॉपेज डेस्क
बुंडू अनुमंडल अस्पताल में डॉक्टर के साथ मरीज के परिजनों द्वारा की गई मारपीट की घटना को लेकर झारखंड मेडिकल एसोसिएशन (जेएमए) के अध्यक्ष डॉ. सिद्धेश्वर बास्के ने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक डॉक्टर पर हमला नहीं, बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय के आत्मसम्मान और सुरक्षा पर सीधा प्रहार है। राज्य के किसी भी हिस्से में डॉक्टरों के साथ हिंसा की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। डॉक्टर, दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं, और अगर उनके साथ इस तरह की घटनाएं होंगी, तो यह स्वास्थ्य व्यवस्था को ही कमजोर कर देगी।
मुख्यमंत्री से सात सूत्री मांग की
डॉ. बास्के ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर चिकित्सकों की सुरक्षा और सम्मान को लेकर कई अहम मांगें रखी हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर सात सूत्री मांगों को तत्काल लागू करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बुंडू जैसी घटनाएं चिकित्सकों का मनोबल गिराती हैं और इससे ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की सेवा भावना पर भी असर पड़ता है। झारखंड मेडिकल एसोसिएशन ने सरकार से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है ताकि राज्य में चिकित्सा सेवा बिना भय और व्यवधान के जारी रह सके।

जेएमए की मुख्य मांगें इस प्रकार हैं
-चिकित्सकों (एलोपैथ एवं आयुष) की सेवा शर्तों को लेकर झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) से नियामक बहाली प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए।
– डीएसीपी (डायनामिक अश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन) का लाभ आरक्षण समेत समय पर दिया जाए।
– आकस्मिक सेवा एवं कोविड-19 के दौरान दी गई सेवा को ध्यान में रखते हुए 13 माह का वेतन भुगतान किया जाए।
– तीन सुदूरवर्ती जिलों में कार्यरत डॉक्टरों को च्वाइस पोस्टिंग का लाभ मिले।
– मानव सेवा में सक्रिय स्थानीय गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को सरकारी कार्यों में प्राथमिकता दी जाए।
– गैर-सरकारी चिकित्सकों को प्रति माह 5000 रूपए का स्वास्थ्य सेवा भत्ता दिया जाए।
– सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में पुलिस पिकेट, सुरक्षा गार्ड एवं सरकारी सुरक्षा तैनात की जाए।
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