
न्यूज स्टॉपेज डेस्क
जब ख्वाबों ने ज़मीन देखी… और किसी ने आसमान दिखा दिया। जी हां, जहां अक्सर आर्थिक तंगी सपनों के पर कतर देती है, वहीं जमियतुल इराकीन ने इन पंखों को फिर से खोलने की कोशिश की है। रांची की गलियों से उठती इन मासूम आंखों के ख्वाब अब किसी किताब में दबकर नहीं रहेंगे, क्योंकि एक नई रोशनी, एक नया रास्ता उनके लिए खोला है जमियतुल इकराकीन ने। संस्था ने नेक पहल करते हुए आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली छात्राओं को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा देने के लिए एक स्कॉलरशिप योजना शुरू की है। इस योजना के तहत शहर के विभिन्न स्कूलों में लगभग 400 छात्राओं की परीक्षा आयोजित की गई थी। उनमें से 100 मेधावी छात्राओं का चयन किया गया है। इन छात्राओं की निःशुल्क कोचिंग कक्षाएं 2 जून 2025, सोमवार से इराकिया स्कूल, कर्बला चौक, रांची में शुरू होंगी। शनिवार को इराकी कोचिंग सेंटर का विधिवत उद्घाटन किया गया, जिसमें चयनित सभी छात्राएं मौजूद रहीं।
मैडल और प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान चयनित 100 छात्राओं में से प्रत्येक स्कूल की टॉप 3 छात्राओं को विशेष रूप से मैडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस पहल का उद्देश्य सिर्फ निःशुल्क कोचिंग देना ही नहीं, बल्कि छात्राओं को उनकी कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करना भी है।

शिक्षकों और आयोजकों की भूमिका सराहनीय
कोर्स समन्वयक के रूप में सरवर खान की नियुक्ति की गई है, जबकि कार्यक्रम का संचालन जाने-माने अंग्रेज़ी शिक्षक अब्दुल्लाह कैफ़ी ने किया। इस आयोजन को सफल बनाने में अज़ीज़, सैयद अबरार, इरफाना, फ़हद ख़ान, तन्ज़ीला तबस्सुम और अल्हेरा परवीन का विशेष योगदान रहा।
आर्थिक तंगी के कारण बच्चों की नहीं रूकेगी पढ़ाई: सैफुल
जमातुल इराकीन के महासचिव सैफुल हक़ ने कहा कि संस्था की कोशिश है कि आर्थिक तंगी के कारण किसी भी बच्चे की पढ़ाई न रुके। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में इस योजना को और अधिक विस्तार दिया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा ज़रूरतमंद बच्चों को लाभ मिल सके।
समाजसेवियों और गणमान्य व्यक्तियों की रही उपस्थिति
इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित हस्तियाँ उपस्थित रहीं, जिन्होंने छात्राओं की हौसला अफजाई की। इनमें हसीब अख्तर (सदर), दस्तगीर आलम, मोहम्मद गयासुद्दीन, वक्फ बोर्ड सदस्य इबरार अहमद, जुनैद अनवर, मोहम्मद ओसामा, जावेद शहज़ाद, अफरोज आलम, अरशद कमाल, सुल्तान जुबैर, प्रोफेसर अनीसुर रहमान, फारूक़ आज़म और आदिल राशिद आदि उपस्थित थे।
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