
न्यूज स्टॉपेज डेस्क
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनावपूर्ण हालात को देखते हुए झारखंड की राजधानी रांची स्थित रिम्स (राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान) प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। संभावित युद्ध या सीमा पार से किसी भी प्रकार की आकस्मिकता की स्थिति में प्रभावी चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रिम्स में एक विशेष समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता निदेशक प्रो. (डॉ.) राज कुमार ने की। बैठक में लिए गए निर्णयों के तहत फिलहाल न्यू ट्रॉमा सेंटर, पेइंग वार्ड और कॉटेज वार्ड में कुल 50 बेड रिजर्व किए गए हैं। इन सभी बेडों को ऑक्सीजन सपोर्ट और मॉनिटर जैसी जरूरी चिकित्सा सुविधाओं से लैस किया गया है। आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी।

मल्टी-डिसिप्लिनरी चिकित्सकीय टीम का किया गया गठन
बैठक में एक मल्टी-डिसिप्लिनरी चिकित्सकीय टीम का गठन किया गया है। जिसमें न्यूरो सर्जरी, जनरल सर्जरी, अस्थि रोग, औषधि, नेत्र रोग, प्लास्टिक सर्जरी, ईएनटी, डेंटल और निश्चेतना विभाग के चिकित्सकों और रेजीडेंट्स को शामिल किया गया है। साथ ही, 6 जीडीएमओ डॉक्टर भी इस टीम में रहेंगे। यह टीम सप्ताह के सभी सात दिन 24 घंटे उपलब्ध रहेगी और जरूरत पड़ने पर प्रशासनिक कार्यों में भी सहयोग देगी।

50 नर्स, 50 मेडिकल स्टॉफ को भी रिजर्व रखने का हुआ फैसला
रिम्स प्रबंधन ने आकस्मिक स्थिति में मरीजों की सेवा के लिए 50 स्टाफ नर्स, 50 पारा मेडिकल स्टॉफ, 15 व्हीलचेयर और 16 ट्रॉलियां रिजर्व रखने का फैसला किया है। साथ ही, सभी मेडिकल स्टोर और सर्जिकल आपूर्ति इकाइयों को 24 घंटे निर्बाध रूप से संचालन की स्थिति में रखा गया है ताकि किसी भी समय आवश्यक सामग्री की कमी न हो।

प्रतिदिन कमेटी करेगी समीक्षा बैठक
बैठक में निर्णय लिया गया कि मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम प्रतिदिन समीक्षा बैठक करेगी। साथ ही निदेशक को अपने कार्यों की अद्यतन रिपोर्ट सौंपेगी। बैठक में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, अपर चिकित्सा अधीक्षक, दोनों उपाधीक्षक, ट्रॉमा सेंटर प्रभारी, प्रशासनिक पदाधिकारी और प्रोक्योरमेंट अधिकारी मौजूद रहे।
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