
– सरपरस्त कमिटी ने चुनाव प्रभारी पर लगाए कई गंभीर आरोप
न्यूज स्टॉपेज डेस्क
जमिअतुल मोमेनिन चौरासी चुनाव-2025 को लेकर संगठन के अंदर भारी विवाद खड़ा हो गया है। सरपरस्त कमिटी के अध्यक्ष मास्टर सादिक अंसारी ने चुनाव प्रभारी जुनैद आलम पर चुनाव प्रक्रिया के दौरान कई गड़बड़ियों और अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए उन्हें सात दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। यह पत्र 12 मई 2025 को जारी किया गया, जिसमें सात प्रमुख बिंदुओं के आधार पर गंभीर आपत्तियां दर्ज की गई हैं। अब सरपरस्त कमिटी के आदेश के अनुसार जुनैद आलम को इस पत्र की प्राप्ति के सात दिन के भीतर लिखित रूप से अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करना होगा।

मतदाता सूची में त्रुटियां और पंचायतों की शिकायतें
सबसे पहले चुनाव के लिए जारी की गई मतदाता सूची में गलतियां पाई गईं। सरपरस्त कमिटी को शिकायतें प्राप्त हुईं कि कई पंचायतों से बिना सहमति के नाम जोड़े गए हैं। इससे संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधियों और आम लोगों में आक्रोश है।
बैठक न होने देना और अंतिम तिथि बढ़ाना
दूसरा आरोप यह है कि जब सरपरस्त कमिटी ने चुनाव कमिटी के साथ बैठक बुलाने की कोशिश की, तो जुनैद आलम ने उस प्रक्रिया में बाधा डाली। इसके अतिरिक्त, उन्होंने अंतिम नामांकन तिथि को अपनी मर्जी से एक दिन के लिए बढ़ा दिया, जबकि सरपरस्त कमिटी ने इसका विरोध किया था।
गोपनीय दस्तावेजों का लीक और प्रशासनिक चेतावनी की अनदेखी
तीसरा गंभीर मुद्दा यह है कि चुनाव से जुड़े गोपनीय दस्तावेज बिना किसी समिति की सहमति के बाहरी व्यक्तियों को सौंपे गए। इसके साथ ही 9 मई को हाजी मजहर साहब द्वारा एक गोपनीय पत्र में रांची जिला प्रशासन के आदेशों का हवाला देते हुए चुनाव स्थगित करने की सलाह दी गई थी। इसमें देश के संवेदनशील हालात और नेपाल हाउस के पास भीड़ की संभावना को देखते हुए चेतावनी दी गई थी। बावजूद इसके, चुनाव प्रभारी ने न तो बैठक बुलाई और न ही सलाह मानी।
वोटर कार्ड वितरण में अनियमितता
वोटर कार्ड वितरण में भी पारदर्शिता का पालन नहीं किया गया। कुछ पंचायतों में अब तक वोटर कार्ड नहीं पहुंचे हैं, वहीं कुछ जगहों पर प्रत्याशियों के साथ जाकर चुनिंदा लोगों को वोटर कार्ड बांटे गए। इससे निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं।
सरपरस्त कमिटी के निरीक्षण को नजरअंदाज करना
10 मई को जब सरपरस्त कमिटी डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा मजार कमिटी के पास निरीक्षण करने गई, तो जुनैद आलम ने उनका सहयोग नहीं किया और उनके अधिकार को मानने से इनकार कर दिया।
प्रशासन को गलत सूचना देना
आखिरी और महत्वपूर्ण आरोप चुनाव कन्वीनर जुनैद आलम पर यह है कि सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा 10 मई को जारी पत्र के अनुसार, चुनाव को स्थगित करने की सलाह दी गई थी क्योंकि 500 से अधिक लोगों की भीड़ की संभावना थी। जबकि रांची जिले में कुल मतदाता 740 हैं। ऐसे में यह अनुमान लगाना तर्कसंगत था। लेकिन आरोप है कि चुनाव प्रभारी ने प्रशासन को गलत आंकड़े देकर गुमराह किया।
चुनाव को लेकर बैठक आज
जमीअतुल मोमेनीन चौरासी चुनाव-2025 के मुख्य चुनाव संयोजक जुनैद आलम ने सभी जिम्मेदारों को पत्र लिखकर कहा कि जमिअतुल मोमेनीन चौरासी झारखंड का चुनाव 2025 को जल्द कराना बेहद जरूरी है, क्यूंकि 21/05/2025 से आजमीन ऐ हुज्जाज कराम हज के लिए रवाना होंगे। जिसके रिश्तेदार, खिदमतगार और एकराम करने वाले छोड़ने के लिए महानगर जायेगें। इसमें चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार और वोटर्स भी हैं, इससे फारिग होते ही बकरीद की तैयारी में हम सभी लग जायेगें, जिससे चुनाव कराने में काफी देरी हो जायेगा।जिसके मद्देनज़र 14/05/2025 को समय- 5:00 बजे (pm) जगह- अंजुमन इस्लामिया, कॉन्फ्रेंस हॉल (मुसाफिरखाना) रांची में एक अहम बैठक रखी गयी है, जिस बैठक में आपसी सहमती से जल्द चुनाव कराने की घोषणा किया जायेगा।
चुनाव की घोषणा के साथ ही सभी कमेटी हो जाती है विलुप्त
चुनाव का कन्वीनर जुनैद आलम ने कहा है चुनाव की घोषणा के साथ ही सभी कमेटी विलुप्त हो जाती है। ऐसे में यह सरपरस्त कमेटी कहां से आ गई। यह बायोलॉजी का भी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि चुनाव में जो भी कार्य हुआ है वह चुनाव कमेटी की सहमति से हुआ है। सभी कार्यों का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। जल्द चुनाव कराने को लेकर सभी जिम्मेदार लोगों को बैठक के लिए बुलाया गया है। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द निष्पक्ष तरीके से चुनाव हो।
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