
न्यूज स्टॉपेज डेस्क
राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। डीसी मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को उनके कार्यालय कक्ष में जिला सलाहकार समिति (पीसी एंड पीएनडीटी) की बैठक आयोजित की गई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस बैठक का मुख्य फोकस सदर अस्पताल में दूसरी पाली यानी सेकेंड हाफ में भी ओपीडी और ओटी (ऑपरेशन थियेटर) सेवाओं को शुरू करने पर रहा। डीसी ने निर्देश दिया कि अस्पताल प्रशासन आवश्यक तैयारियां शीघ्र पूरी करंे, ताकि शाम के समय भी मरीजों को इलाज की सुविधाएं मिल सकें। यह कदम खासकर उन मरीजों के लिए राहत भरा होगा जो दिन के समय कार्य या अन्य व्यस्तताओं के कारण अस्पताल नहीं पहुंच पाते।
अल्ट्रासाउंड सेंटरों के निबंधन और नवीकरण पर हुई चर्चा
बैठक में पीसी एंड पीएनडीटी (गर्भधारण-पूर्व और प्रसव-पूर्व निदान तकनीकें) अधिनियम के अंतर्गत अल्ट्रासाउंड सेंटरों के निबंधन और नवीकरण पर भी चर्चा हुई। समिति ने 08 नए अल्ट्रासाउंड सेंटरों के निबंधन और 02 पुराने सेंटरों के नवीकरण की स्वीकृति दी। साथ ही, संस्थानों द्वारा फॉर्म-बी में मशीन की एंट्री और योग्य चिकित्सकों की नियुक्ति की भी मंजूरी प्रदान की गई।

अल्ट्रासाउंड सेंटरों का नियमित रूप से निरीक्षण हो
डीसी ने निर्देश दिया कि सभी अल्ट्रासाउंड सेंटरों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए और नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही आयुष्मान भारत योजना के तहत न्यूरो सर्जन, न्यूरो फिजिशियन और नेफ्रोलॉजिस्ट की प्रतिनियुक्ति को भी मंजूरी दी गई है, जिससे गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार, समिति सदस्य, और पीसी एंड पीएनडीटी को-ऑर्डिनेटर राकेश कुमार राय समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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